नईं दिल्ली: वित्तीय वर्ष 2016-17 में क्रेडिट वृद्धि 16% रही जो पिछले वर्ष 19% के मुकाबले 2% कम थी जिससे आवासीय क्षेत्र में मंदी के संकेत मिल रहे है |
इसलिए अगर आप इस वक्त घर लेने की सोच रहे है तो ये खबर आपके लिए है क्यूंकि इस वक्त आपको घर लेना किफायती पड़ सकता है | ऐसा इसलिए मुमकिन है क्यूंकि मौजूदा समय में रियल स्टेट के आवासीय क्षेत्र में मंदी का दौर चल रहा है और इस कारण होम लोन की ब्याज दर में गिरावट आ रही है और जिससे मौजूदा वक्त में होम लोन लेना आपके लिए सस्ता पड़ सकता है |
31 मार्च 2017 तक बकाया गृह ऋण 14.4 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो 31 मार्च, 2016 तक 12.4 लाख करोड़ रुपये था | दोनों आवास वित्त कंपनियों (एचएफसी) और बैंकों में मंदी देखी गई, फिर भी, बैंकों के विकास की गति में गिरावट अधिक थी – वित्त वर्ष 2016 में 18% से बढ़कर वित्त वर्ष 2016 के लिए 15% रही |
इन एचएफसी के विकास में किफायती आवास परियोजनाओं की आपूर्ति में वृद्धि, क्षेत्र के लिए बुनियादी ढांचे का दर्जा और बेहतर ब्याज दरें और क्रेडिट से जुड़े सब्सिडी योजना के माध्यम से पूंजीगत सब्सिडी द्वारा घर खरीदने वाले ग्राहकों घर खरीदने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा |
आईसीआरए को उम्मीद है कि किफायती आवास वित्त को भविष्य में भी उद्योग को आगे बढ़ाना जारी रहेगा |
रेटिंग एजेंसी को उम्मीद है कि एचएफसी की सकल एनपीए एफएम 18 के 0.9% से 1.3% के बीच सीमा बनी रहेगी |